Sea Salt Battery In EVs: कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के शोधकर्ताओं ने समंदर के पानी से बैटरी बनाई है, जो लीथियम बैटरियों की तुलना में बहुत सस्ती (लगभग आधी भी हो सकती है) और चार गुना ज्यादा एनर्जी स्टोर करने में क्षमता रखती है। इसे “सी सॉल्ट बैटरी” या “सोडियम-सल्फर बैटरी” कहा जा रहा है।
इसमें सोडियम-सल्फर का इस्तेमाल किया गया है, जो मोल्टेन सॉल्ट है। इसे समंदर के पानी से हासिल किया जाता है। प्रमुख शोधकर्ता डॉ. शेनलॉन्ग झाओ ने कहा कि मौजूदा लीथियम बैटरी की तुलना में इस सोडियम बैटरी (Sea Salt Battery) की कीमत बहुत कम होगी और यह चार गुना ज्यादा एनर्जी स्टोर कर पाएगी। यह रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में क्रांति ला सकती है। चलिए, इसे ईवी सेक्टर के रियल लाइफ एक्सपीरियंस में रखकर देखते हैं।
रियल लाइफ एक्सपीरियंस से जोड़कर देखें
मौजूदा समय में लोगों के सामने कोई भी इलेक्ट्रिक कार खरीदते समय सबसे बड़ी दो चुनौतियां होती हैं, पहली यह कि इलेक्ट्रिक कारें मौजूदा ICE कारों के मुकाबले ज्यादा महंगी होती हैं और दूसरी यह कि सिंगल चार्ज पर बहुत ज्यादा रेंज नहीं दे पाती हैं।
हालांकि, अब धीरे-धीरे टेक्नॉलॉजी में सुधार हो रहा है और इलेक्ट्रिक कारों की रेंज बढ़ाई जाने में सफलता मिल रही है। बाजार में कई ऐसी गाड़ियां आ चुकी हैं, जिनकी रेंज 800 किलोमीटर से भी ज्यादा तक की है। हालांकि, इनकी कीमत भी ज्यादा होगी।
खैर, देश में सस्ती इलेक्ट्रिक कारें भी हैं, जैसे- टाटा टियागो ईवी (TATA Tiago EV)। यह देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार है। इसकी कीमत 8.49 लाख रुपये से शुरू हो जाती है। यह कम रेंज वाले वेरिएंट की शुरुआती कीमत है, इसकी ज्यादा रेंज (315KM) वाले वेरिएंट की कीमत 10.79 लाख रुपये से शुरू है।
ऐसे में अगर इस “सी सॉल्ट बैटरी” का इस्तेमाल टाटा टियागो ईवी (TATA Tiago EV) के ज्यादा रेंज देने वाले शुरुआती वेरिएंट में किया जाता है, तो इसकी कीमत लगभग आधी (5.39 लाख रुपये) हो सकती है और इसकी रेंज चार गुना (1260KM) हो सकती है।